Ayat e sakina | ayat e sakina benefits in 2022

अस्सलामु अलैकुम मेरे सभी प्यारे भाइयों और बहनों को | उम्मीद है की आप सब खैरियत से होंगे | आज हम ayat e sakina की बात करने वाले है | ये कौन सी सूरत है और ayat e sakina benefits क्या है | ये क्यू पढ़ी जाती है इससे जुड़ी सारी बातें आज हम आपको बताने वाले है |

दोस्तों आज के इस दौर मे इंसान को जहनी और दिली सुकून की बहुत जरूरत है | सुकून हासिल करने के लिए लोग न जाने कितने पैसे खर्च करते है | लेकिन जिस्म और रूह को अस्ल सुकून तो अल्लाह की इबादत करने और quran ki tilawat  करने से ही मिलता है |

आज हम आपको इसी सुकून को हासिल करने की दुआ बताने वाले है | कुरान मे कुछ ऐसी-ऐसी सूरते और आयते मौजूद है | जो इंसान की हर तरह की परेशानी दूर करने और हर बीमारी से निजात पाने और इंसान को सीधे रास्ते पर चलने का तरीका बताती है |

मगर अफसोस है कि हम लोग कुरान जैसी अज़ीम और कामयाबी देने वाली किताब को छोड़कर दुनिया की उलझनों मे लगे हुए है | शैतान हमे बहकाता है और हमसे गुनाह करवाता है | जिसकी वजह से हम परेशान है |

लफ़्ज़ सकीनत से ये मालूम होता है की ये दिल का सुकून और इत्मीनान ए क़ल्ब की सूरत है |

इस आयत को taboot e sakina quran ayat के नाम से भी जाना जाता है |

ayat e sakina/ taboot e sakina quran ayat

وَقَالَ لَهُمْ نَبِيُّهُمْ اِنَّ اٰيَةَ مُلْكِهٖٓ اَنْ يَّاْتِيَكُمُ التَّابُوْتُ فِيْهِ سَكِيْنَةٌ مِّنْ رَّبِّكُمْ 

وَبَقِيَّةٌ مِّمَّا تَرَكَ اٰلُ مُوْسٰى وَاٰلُ هٰرُوْنَ تَحْمِلُهُ الْمَلٰٓئِكَةُ اِنَّ فِيْ ذٰلِكَ لَاٰيَةً لَّكُمْ اِنْ كُنْتُمْ مُّؤْمِنِيْنَ

तर्जुमा : उनके नबी ने फिर उन्हे फिर कहा के उस रब की बादशाहत की जाहिरी निशानी ये है के तुम्हारे पास वो सन्दूक आ जाएगा | जिस मे तस्कीन और बरकत की चीज़े है | तुम्हारे रब की तरफ से और कुछ बची हुई चीज़े है जिनको हज़रत मूसा अलै ० और हज़रत हारून अलै ० की औलाद छोड़ गई है | इस सन्दूक को फ़रिश्ते ले आएंगेऔर ये तुम लोगो के लिए पूरी निशानी है अगर तुम यकीन लाने वाले हो |                                                                                             (बकराः 248)

ثُمَّ اَنْزَلَ اللّٰهُ سَكِيْنَتَهُ عَلٰى رَسُوْلِهٖ وَعَلَى الْمُؤْمِنِيْنَ 

وَاَنْزَلَ جُنُوْدً لَّمْ تَرَوْهَا وَعَذَّبَ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا وَذٰلِكَ جَزَآءُ الْكٰفِرِيْنَ

तर्जुमा : फिर अल्लाह ने अपनी तरफ की तस्कीन अपने नबी परऔर मोमिनो पर उतारी और अपने वो लष्कर भेजे जिन्हे तुम देख नहीं रहे थे | काफिरों को पूरी सजा दी | उन कफ़फार का यही बदला था |                                                                                                                                                    (तौबा : 26)

فَاَنْزَلَ اللّٰهُ سَكِيْنَتَهُ عَلَيْهِ وَاَيَّدَهُ بِجُنُوْدٍ لَّمْ تَرَوْهَا وَجَعَلَ كَلِمَةَ الَّذِيْنَ

كَفَرُوْا السُّفْلٰى وَكَلِمَةُ اللّٰهِ هِىَ الْعُلْيَا وَاللّٰهُ عَزِيْزٌ حَكِيْمٌ

तर्जुमा : बस जनाब बारी ने अपनी तरफ से तस्कीन इस पर नाज़िल फरमाकर लशकरों से इसकी मदद की जिन्हे तुमने देखा ही नहीं उसने काफिरों की बात पस्त कर दी |बुलंद और अज़ीज़ तो अल्लाह का कलमा ही है , अल्लाह गालिब और हिकमत वाला है |                                                                     (तौबा : 40)

هُوَ الَّذِىْٓ اَنَْزلَ السَّكِيْنَةَ فِىْ قُلُوْبِ الْمُؤْمِنِيْنَ لِيَزْدَادُوْٓا اِيْمَانًا 

مَّعَ اِيْمَانِهِمْ وَلِلّٰهِ جُنُوْدُ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِ وَكَانَ اللّٰهُ عَلِيْمًا حَكِيْمًا

तर्जुमा : वही जिसने मुसलमानों के दिल मे सुकून और इत्मीनान डाल दिया ताकि अपने ईमान के साथ ही साथ और भी ईमान मे बढ़ जाए | आसमानों और ज़मीनों के लश्कर अल्लाह ही के है | अल्लाह तआला बड़ी हिकमत वाले है |                                                                                                                     (फतह : 04)

لَقَدْ رَضِىَ اللّٰهُ عَنِ الْمُؤْمِنِيْنَ اِذْ يُبَايِعُوْنَكَ تَحْتَ الشَّجَرَةِ 

فَعَلِمَ مَافِىْ قُلُوْبِهِمْ فَاَنْزَلَ السَّكِيْنَةَ عَلَيْهِمْ وَاَثَابَهُمْ فَتْحًا قَرِيْبًا

तर्जुमा : अल्लाह तआला मोमिनो से खुश हो गया जब वो दरख्त (पेड़) के नीचे तुझ से बैत कर रहे थे | इन के दिलों मे जो था उसे इसने मालूम कर लिया और उन पर इत्मीनान नाज़िल फरमाया और उन्हे करीब की फतह इनायत फरमाई |                                                                                                  (फतह :18)

اِذْ جَعَلَ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا فِىْ قُلُوْبِهِمُ الْحَمِيَّةَ حَمِيَّةَ الْجَاهِلِيَّةِ 

فَاَنْزَلَ اللّٰهُ سَكِيْنَتَهُ عَلٰى رَسُوْلِهٖ وَعَلَى الْمُؤْمِنِيْنَ وَاَلْزَمَهُمْ 

كَلِمَةَ التَّقْوٰى وَ كَانُوْٓااَحَقَّ بِهَا وَاَهْلَهَا وَكَانَ اللّٰهُ بِكُلِّ شَىْءٍ عَلِيْمًا

तर्जुमा : जबके इन काफिरों ने अपने दिलों मे हमीययत को जगह दी और हमीययत भी जाहिलीयत की थी | अल्लाह ने अपने रसूल पर और मोमिनो पर अपनी तरफ से तस्कीन नाज़िल फरमाई | अल्लाह ने मुसलमानों को तकवे की बात पर जमाए रखा | क्यूंकि वो इसके अहल और ज्यादा मुस्तहक थे और अल्लाह तआला हर चीज को खूब जानता है |

ayat e sakina पढ़ने का तरीका

इसके पढ़ने का तरीका बहुत ही आसान है | आप दिन मे किसी भी वक़्त इस दुआ को पढ़ सकते है | ayat e sakina पढ़ने का तरीका ये है के किसी भी नमाज़ के बाद या फिर रात मे 1 मर्तबा पढ़कर सारे बदन पर फूँक मार ले | अल्लाह से दुआ करे जो भी परेशानी है सब दूर हो जाएंगी , इनशाल्लाह |

ayat e sakina benefits / ayat e sakina ki fazilat

दोस्तों आपको ये तो मालूम हो गया कि ayat e sakina कौन सी है और इसके पढ़ने का तरीका क्या है  | अब जरा इसकी फ़ज़ीलत को भी जान लेते है कि इसके पढ़ने से हमे कौन-कौन से फायदे होते है |

sukoon :

इसके पढ़ने की सबसे बड़ी फ़ज़ीलत ये है के दिल और दिमाग को बहुत सुकून मिलता है | आप इसके नाम से ही अंदाज़ा लगा सकते है | यानि सुकून देने वाली आयत | क्यूंकि दिल और दिमाग के सुकून की जरूरत हर किसी को है | इसके पढ़ने से दिल नूरानी और मजबूत बनता है तो आप भी इस दुआ को पढ़कर फायदा हासिल करे |

tamam pareshani dur hongi :

आज कल जवान हो चाहे बूढ़ा हो सब के सब टेंशन और परेशानी मे मुब्तला है | यहां तक की बच्चों का भी यही हाल है | नई-नई बीमारिया और हर दिन नई टेंशन होती है | जिसकी वजह से इंसान बहुत सी जिस्मानी और रूहानी बीमारियों मे घिरता जा रहा है | अगर आप चाहते है की सारी परेशानी खतम हो जाए चाहे फिर वो कुछ भी परेशानी हो घर से जुड़ी हो या कारोबार से जुड़ी सब दूर हो जाएंगी अगर आप इस को पढ़ने का मामूर बना ले |

kamyabi dene wali :

अगर कोई शख्स चाहे की वो exam मे या competition मे अच्छे से पास हो जाए तो वो इस दुआ को पढ़ सकता है | अगर कारोबार से परेशान है या नौकरी नहीं मिल रही है | तो वो भी इस दुआ को पढ़ सकता है | इनशाल्लाह जरूर कामयाबी मिलेगी | रात मे 3 मर्तबा durood sharif पढ़कर फिर 3 मर्तबा इन आयतों को पढे और फिर से 3 मर्तबा durood sharif पढे | जब exam वगैरह के लिए जाए तो इस वजीफे को करे इनशाल्लाह फायदा होगा |

khaufzuda ke liye :

बहुत से हजरात ऐसे है जिन्हे बहुत डर लगता है या उनका दिल बहुत डरता है | या किसी बात को लेकर बहुत khaufzuda है तो वो भी इस दुआ को रोजाना पढ़ा करे | अक्सर लोगों के दिलों मे बहुत बुरे खयाल आते है | या उनके दिमाग मे नेगेटिव ( गलत) सोच ज्यादा आती है | इन बुरे खयालों से बचने के लिए आप ayat e sakina पढ़ने की आदत बना ले | क्यूंकि ये डरे हुए दिलों को रोशन और मजबूत करती है |

shaitan se hifazat :

जो शख्स ayat e sakina को रोज पढ़ता है तो अल्लाह उसकी शैतान से और तमाम आफ़तों से हिफाजत फरमाता है | शैतान से हिफाजत पाने के लिए आप इन आयतों को पढ़ा करे |

उलामा इबनुल कयुम रहमत ० सकीनत के मरतबे की तारीफ करते हुए फरमाते है के ये अल्लाह के अता किए हुए रुतबों मे से एक रुतबा है | ये रुतबा इंसान की मेहनत और उसकी कोशिशों से नहीं मिलता बल्कि ये तो अल्लाह की एक खास रहमत है जो उसे अता की जाती है जो इसकी तिलावत करता है |

उलामा इबनुल कयुम रहमत ० फरमाते है के जब मेरे किसी मामले मे शिद्दत (कष्ट) पेश आती तो मै अपने दिल और दिमाग के इत्मीनान और सुकून के लिए इन आयतों को पढ़ता | तो इसके पढ़ने से हकीकत मे दिल को इत्मीनान और सुकून मिलता |

आप भी इन आयतों को पढ़कर दिल को सुकून और रोशन कर सकते है |

आज आपने क्या सीखा |

आज आपने ayat e sakina , taboot e sakina quran ayat और इसकी फ़ज़ीलत को सीखा है | उम्मीद है की आपको ये हमारी पोस्ट पसंद आई होगी | आप इस दुआ को खुद भी पढे और अपने घर वालों को और अपने दोस्तों को भी बताए | दूसरों तक दीन की बातें पहुँचाना ही हमारा काम है | इससे आपको भी सवाब मिलेगा और हमे भी | मिलते है अगली पोस्ट के साथ अल्लाह हाफ़िज़ |

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