अस्सलमुआलेकुम दोस्तों आपके अपने blog islamicpathshala मे आपका स्वागत है | आज हम आपको bathroom jane ki dua के बारे मे बताएंगे | दोस्तों ये आपके लिए और हमारे लिए बहुत ही खुश किस्मती की बात है की हम नबी करीम सल्ला. की उम्मती है | और उससे भी ज्यादा खुसी की बात ये है की जिस दीन को वो लेकर आए उन्होंने मुकम्मल हम लोगों तक पहुचा दिया|
इसका अंदाज हम इस बात से लगा सकते है की जिस तरह इस्लाम दुनियावी जरूरतों का तरीका बताता है जैसे bathroom jane ki dua याक Cheenk Aane Ke Baad Ki Dua, Gussa Khatam Karne Ki Dua, aaina dekhne ki dua इस से ये पता चलता है की अल्हमदुलिलाह हमारा दीन कितना मुक्कमल है |
तो दोस्तों अगर हम कोई भी काम इस्लामिक हुकुम और नबी करीम सल्ला. के बताए हुए तरीके से करेंगे तो हमे सवाब भी मिलेगा और हमारा काम भी आसान हो जाएगा |इसलिए आज हम आपको bathroom jane ki dua और bathroom jane ka tarika सवाब की नियत से बताएंगे ताकि आपको और हमे तमाम उमर सवाब मिलता रहे |
आपकी जानकारी के लिए बता दे bathroom jane ki dua या toilet jane ki dua हर औरत और मर्द को जानना जरूरी है |
bathroom jane ki dua
اَللّٰهُمَّ اِنِّىْ اَعُوْذُ بِكَ مِنَ الْخُبُثِ وَالْخَبَآئِثْ
bathroom jane ki dua in hindi
अल्ला हुम्मा इन्नी आउजुबिका मिनल खुबूसी वल खबाइस ।
bathroom jane ki dua in english
allah humma inni aauzubika minal khubushi wal khbais
तर्जुमा ; ऐ अल्लाह मे तेरी पनहा चाहता हु या चाहती हु खबीस ज़िनों से |
baitul khala se nikalne ki dua
baitul khala se nikalne ki dua
غُفْرَانَكَ اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِىْ اَذْهَبَ عَنِّى الْاَذٰى وَعَافَانِىْ
baitul khala se nikalne ki dua in hindi
गुफरानका अल्हुमदुलिल्ला हिल लज़ी अजहबा अन्निल अजा वा आफानी ।
baitul khala se nikalne ki dua in english
Gufranaka alhamdulillah hil lazi azhaba annill azaa wa aafani
तर्जुमा ; सब तारीफ़ें अल्लाह ही के लिए है जिसने मुझसे ऐज़ा देने वाली चीज दूर की और मुझे चैन दिया |
यहां हम आपको baitul khala ki sunnat या इसके आदाब बताएंगे या किस तरीके से हमे baitul khala मे जाना चाहिए | दोस्तों ये बात तो सभी को मालूम होगी कि जमीन पर अल्लाह ने इंसानों के अलावा एक मख-लूक और बनाई है जिन्हे जिन कहते है|इन जिन्नों की तादाद अल्लाह के सिवा कोई नहीं जानता |इंसान को मिट्टी से बनाया और जिन आग के बने होते है |
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जिन भी दो तरह के होते है अच्छे और बुर| अच्छे जिन्नात कभी किसी को नुकसान नहीं पहुचाहते लेकिन जो बुरे जिन्नात है वो शैतान बनकर हमे परेशान करते है और तरह तरह के नुकसान पाहुचाते है इसलिए कहते है कि नबी करीम सल्ल. के बताए हुए तरीके पर अपनी ज़िंदगी गुज़ारे |
baitul khala ki sunnat
दोस्तों toilet मे तो सभी जाते है ये तो एक आम बात है और दुआ भी पढ़ते है लेकिन पढ़ने का जो सही तरीका उस पर गौर नहीं करते है आज हम आपको यही आदाब बताने वाले है |जब भी आप baitul khala मे जाए तो दाखिल होने से पहले बिस्मिल्ला पढे एक हदीस शरीफ मे रिवायत है कि शैतान की आँखों और इंसान की शरगाहों के दरमियान बिस्मिल्ला आड़ बन जाती है |और फिर जो दुआ हमने ऊपर् बताई है bathroom jane ki dua पढे |
इसके बाद सबसे पहले बाया (उल्टा) पैर रखना चाहिए और बैठते वक़्त भी उल्टा पैर ही रखना है |
सबसे अहम बात ये है कि औरत ज्यादातर बिना सर ढंके toilet मे जाती है जोकि बहुत बुरी बात है | इसलिए सर को ढक कर toilet मे जाए |
फिर baitul khala से निकलते वक़्त सबसे पहले दाया (सीधा) पैर रखे और बाहर आने मे भी सीधा पैर ही रखे फिर जो दुआ हमने ऊपर् बताई है उसे पढे | आप चाहे तो गुफ़-रा-नका भी पढ़ सकते है|
conclusion
अब आप खुद अंदाजा लगा सकते है की नबी करीम सल्ल के तरीके पर चलकर हम अपनी ज़िंदगी को कितनी खूबसूरत बना सकते है | ऐसा करने से हमे कितने फायदे होते है | हमारी दुनिया भी बनेगी और साथ मे आखिरत भी सुधर जाएगी |
तो दोस्तों आप हमारी पोस्ट को अपनी फॅमिली और अपने फ़्रेंड्स के साथ भी शेयर करे ताकि आपको भी इसका सवाब मिले |
अल्लाह हर मुसलमान को नबी करीम सल्ल के नेक और पाकीज़ा आदाब अपनाने वाला बनाए और उनके लिए हमारे दिल मे तड़प और मोहब्बत पैदा फरमाए |