अस्सलामु अलैकुम दोस्तों आज की इस पोस्ट मे हम आपको bukhar ki dua, Sar dard ki dua और pet dard ki dua बताएंगे दोस्तों दीन मे अल्लाह ने हर तरह की शिफ़ा रखी है | और अल्लाह ताला ने कुरान मजीद मे ऐसी ऐसी दुआ बताई है जिनको पढ़कर हम अपने किसी भी बड़े से बड़े मर्ज का इलाज कर सकते है | बशर्ते हमारे दिल का यकीन पुख्ता होना चाहिए की शिफ़ा देना अल्लाह ताला का काम है और हमे उन दुआओ का कैसे एहतमाम करना है ये पता होना चाहिए |
bukhar ki dua, Sar dard ki dua या pet dard ki dua जिनको भी इन परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है तो आज जो हम आपको bukhar ki dua और जो भी दुआ बताएंगे अगर आप इखलाश के साथ इसे पढ़ेंगे तो इनशाल्लाह आपकी सभी परेसानी दूर हो जाएंगी |
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कोई भी अमल या दुआ तब कुबूल होता है जब इंसान अमल के साथ साथ नमाज़ को भी पाबंदी से पढे इसलिए इन दुआओ के साथ साथ नमाज़ का भी एहतमाम जरूरी है | अगर आप और हम पाँच वक़्तों की नमाज़ का एहतमाम करेंगे तो अल्लाह ताला ने नमाज़ मे शिफ़ा रखी है हमारी तमाम मुसकीले और बीमारी खुद दूर हो जाएंगी इनशाल्लाह |
अब हम यहां पर आपको bukhar ki dua , bukhar utarne ki dua या फिर bukhar kam hone ki dua बताएंगे |
bukhar ki dua
بِسْمِ اللّٰهِ الْكَبِيْرِ ، اَعُوْذُ بِاللّٰهِ الْعَظِيْمِ مِنْ شَرِّ كُلِّ عَرْقٍ نَّعَّارٍ وًَمِنْ شَرِّ حَرِّ النَّارِ
bukhar ki dua in hindi :
बिसमिल्लाहिल कबीरी , अऊज़ु बिल्लाहिल अज़ीमि
मिन शर्रि कुल्ली अर्किन ना आरिन व मिन शर्रि हर्रिन नार
bukhar ki dua in english;
Bismillahi kabeeri aauzu billahill azeemi
min sharri kulli arqin na aarin wa min sharri harrin naar
तर्जुमा : शुरू करता हु अल्लाह के नाम से जो बड़ा बुजुर्ग और बरतर है , मै पनाह लेता खुदा ऐ बुजुर्ग और बरतर की हर जोश मारने वाली रग के शर से और जहन्नुम की आग के शर से |
अगर किसी शख्स को बुखार हो तो वो इस दुआ को पढे | चाहे sardi bukhar हो या कैसा भी हो आप इस दुआ को पढ़कर मरीज के ऊपर दम करे और पानी पर भी bukhar ki dua दम करके पिलाए | इनशाल्लाह बहुत जल्द शिफ़ा मिलेगी |
इसके अलावा अगर किसी शख्स को बहुत तेज बुखार है वो इस दुआ को भी पढ़ सकता है | वो fever bukhar ki dua in quran मे भी है | अगर आप को tez bukhar ki dua चाहिए तो आप इस दुआ को भी पढ़ सकते है | जो हम आपको बताएंगे |
fever bukhar ki dua in quran :
يَنٰارُ كُوْنِىْ بَرْدًا وَّسَلَامًا عَلٰٓى اِبْرٰهِيْمُ
bukhar ki dua in quran :
यनारू कूनी बरदौ वसलामन अला इब्राहीम
bukhar ki dua in english;
yanaaru kooni bardau wa salaman ala ibraheem
तर्जुमा : ऐ आग तू इब्राहीम अलैहिस ० पर ठंडी हो जा और सलामती दे |
दोस्तों ये दुआ कुरान मजीद के पाराह (नम० 17) की सूरह अंबिया की 69 आयत पर मौजूद है | आप इस दुआ को 3 या 5 या फिर 7 मर्तबा पढ़ कर मरीज के लिए पानी पर दम करके पिलाए |
ये दोनों दुआ बुखार की है आप जो भी चाहे पढ़ सकते है | इसके अलावा आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते है और मेडिसन वगैरह ले सकते है | क्यूंकि दुआ के साथ दवाई भी जरूरी है |
sar dard ki dua
अब हम आपको sar dard ki dua , sar dard ki dua in hindi बताएंगे | दोस्तों अक्सर ऐसा होता है की ज्यादा काम करने की वजह से या कोई टेंशन वगैरह की वजह से या फिर किसी और वजह से हमारे सर मे दर्द होने लगता है |
और इस दर्द से बचने के लिए हम painkiller लेने लगते है | जिसके बहुत सारे नुकसानात हमे उठाने पड़ सकते है | अगर आपके sar me dard है तो आप इस दुआ को पढिए तो इनशाल्लाह बहुत जल्द sar ke dard ki dua से आराम मिलेगा |
हमारे नबी करीम सल्ल ० ने एक सहाबा को ये दुआ बताई | और आप ने कहा के जब भी sar me dard हो या बदन के किसी हिस्से मे दर्द हो तो आप इस दुआ को पढ़ा करो | वो दुआ ये है :
sar ke dard ki dua :
اَعُوْذُ بِعِزَّةِ اللّٰهِ وَقُدْرَتِهِ مِنْ شَرِّ مَا أَجِدُ وَ أُحَاذِرُ
sar dard ki dua in hindi :
अऊज़ु बिइज़्जतिल् लाही व कुदरतिही मिन शर्रि मा अजिदु व उ-हाज़िरु
sar dard ki dua in english;
Aa-oozu bi-izzatillahi wa qudratihi min sharri maa ajidu wa-ohaaziru
sar me dard ki dua पढ़ने का तरीका ये है की आप अपना हाथ दर्द की जगह पर रखकर तीन मर्तबा bismillah hir rahman nir raheem पढे और फिर इस sar dard ki dua को 7 मर्तबा पढे | इंशा अल्लाह बहुत जल्द आराम महसूस होगा |
दोस्तों यहां एक जरूरी बात आपको बता दे कि जो दुआ खुद हमारे नबी करीम सल्ल ० ने इरशाद फरमा दी तो उससे तो फायदा बहुत ही जल्द होगा | लेकिन इसके लिए हमारा ईमान पुख्ता होना बहुत जरूरी है | जब ही हमे कुछ फायदा हो सकता है |
दुआ चाहे किसी भी मर्ज की हो या कैसी भी दुआ हो लेकिन यकीन के साथ पढ़ने से ही फायदा हासिल होगा |
pet dard ki dua
اَعُوْذُ بِعِزَّةِ اللّٰهِ وَقُدْرَتِهِ مِنْ شَرِّ مَا أَجِدُ وَ أُحَاذِرُ
pet dard ki dua hindi me
अऊज़ु बिइज़्जतिल् लाही व कुदरतिही मिन शर्रि मा अजिदु व उ-हाज़िरु
ayat e shifa
وَيَشْفِ صُدُوْرَ قَوْمٍ مُؤْمِنِيْنَ
يٰٓاَيُّهَا النَّاسُ قَدْ جَآءَتْكُمٰ مَّوْعِظَةٌ مِّنْ رَّبِّكُمْ وَشِفَآءٌ لِّمَا فِى الصُّدُوْرِ وَهُدًى وَّرَحْمَةٌ لِّلْمُؤْمِنِيْنَ
يَخْرُجُ مِمْ بُطُوْنِهَا شَرَابٌ مُّخْتَلِفٌ اَلْوَانُهُ فِيْهِ شِفَآءٌ لِّلنَّاسِ
وَنُنَزِّلُ مِنَ الْقُرْاٰنِ مَا هُوَ شِفَآءٌ وَّرَحْمَةٌ لِّلْمُؤْمِنِيْنَ
وَاِذَا مَرِضْتُ فَهُوَ يَشْفِيْنِ
قُلْ هُوَ لِلَّذِيْنَ اٰمَنُوْا هُدًى وّشِفَآءٌ
ayat e shifa benefits;
अल्लाह की किताब मे बीमारी की शिफ़ा के लिए आयत मोजूद है |
- बीमारी मे कुरान मजीद की आयत का सहारा हासिल करना चाहिए |
- तंदरुस्ती हासिल करने मे अल्लाह की आयात पर यकीन रखना चाहिए |
- ayat e shifa पढ़ने से बीमार शिफ़ा पाते है |
- अल्लाह के कलाम मे शिफ़ा है |
- अल्लाह की रहमत से न उम्मीद बिल्कुल नहीं होना चाहिए |
- मर्ज से पहले तंदरुस्ती की कदर करनी चाहिए |
- ayat e shifa पढ़कर आप जाहिरी ओर बातिनी बीमारी से शिफ़ा पा सकते है |
ayat e shifa पड़ने का तरीका ये है की bismillah hir rahman nir raheem पढ़कर सबसे पहले surah fatiha से मुकम्मल करे ओर फिर एक मर्तबा पढ़कर पानी पर दम करे और मरीज को पिलाए ओर खुद भी पिए |
आज आपने क्या सीखा |
दोस्तों इस आर्टिकल की मदद से हमने जाना किस तरह से हम अपनी तबीयत खराब होने जैसे bukhar होने पर bukhar ki dua और Sar dard ki dua और pet dard ki dua को हम अपनी तबीयत खराब होने पढ़ सकते है | लेकिन दोस्तों आपको बता दे दुआ पढ़ने के साथ साथ दवाई भी लेना भी सुन्नत है | अगर आप चाहते है की दुआ से अल्लाह आपको आराम करे तो उसके लिए नमाज़ और astagfar ki dua का एहतमाम करना भी जरूरी है |