Cancer ki dua | Cancer ki dua in english in 2022

अस्सलामु अलैकुम दोस्तों आप सबको दिल खुशामदीद करते है | आपके अपने ब्लॉग islamicpathshala मे | नाज़रीन आज हम आपको Cancer ki dua बताएंगे | इस दुआ को पढ़कर इनशाल्लाह आप कैंसर से शिफ़ा पा सकते है |

दोस्तों बहुत सारी बीमारियाँ ऐसी है जिनका इलाज नहीं है | आज के इस दौर मे बहुत खतरनाक-खतरनाक बीमारी हमारे मुआशरे मे आ चुकी है और बहुत ज़्यादा आम हो गई है और उन्ही बीमारियों मे से एक बीमारी कैंसर की भी है |

कैंसर की बीमारी अगर किसी को एक बार हो जाती है तो उसका बचना तकरीबन न मुमकिन स ही होता है | आज तक बहुत सी बीमारी ऐसी है जिनका इलाज नहीं मिला है | और कैंसर को भी उन्ही बीमारियों मे से समझा जाता है |

बहुत से लोगों को कैंसर की बीमारी हो जाती है और वो यही सोचते है की अब हम नहीं बचेंगे | लेकिन उन्हे खुश होना चाहिए क्यूंकि अल्लाह ने कुरान मजीद मे हर बीमारी का इलाज रखा है |

तो आज हम आपको एक ऐसी मुजर्रब (आजमाया ) cancer ki dua in quran मे बताने वाले है | जिसे पढ़कर न जाने कितने लोगों को फायदा हुआ है | और ये दुआ quran sharif ki tilawat करने पर कुरान के 29 वे पाराह की surah mulk की (14) आयत परआपको मिल जाएगी |

तो आइए देखते है की वो मुबारक दुआ कॉनसी है जिसे पढ़कर कैंसर के मरीज को शिफ़ा मिलेगी |इसके लिए जरूरी है के आप इस दुआ को यकीन के साथ पढे |

Cancer ki dua 

اَلَا يَعْلَمُ مَنْ خَلَقَ وَهُوَ اللَّطِيْفُ الْخَبِيْرُ

Cancer ki dua in hindi : 

अला यालमु मन खला क़ा वा हुवल लतीफुल खबीर

Cancer ki dua in english :

alaa yalamu man khala-qa wa huwal-lateeful khabeer

नाज़रीन  Cancer ki dua in quran पढ़ने का तरीका ये है की अगर मरीज खुद पढ़ सके तो ठीक है | अगर न पढ़ सके तो घर का कोई भी फर्द पढ़ सकता है जिसका कुरान बिल्कुल सही हो |

उस शख्स को वज़ू करना है और 11 मर्तबा durood sharif और 11 मर्तबा surah fatiha पढ़कर Cancer ki dua (2022) मर्तबा पढ़नी है | फिर उसके बाद  11 मर्तबा surah fatiha और 11 मर्तबा durood sharif पढ़कर पानी पर दम करे दवाई पर दम करेऔर मरीज पर भी दम करना है |

तो आप देखेंगे इंशाअल्लाह मरीज को इस दुआ से बहुत फायदा होगा | रिपोर्ट भी सारी नॉर्मल होंगी इनशाल्लाह |

दोस्तों ये दुआ हदीस की नहीं है इस दुआ को उलमा ने इरशाद फरमाया है | अगर हम आपको कहे की हदीस मे लिखी है तो हमे भी गुनाह होगा |क्यूंकि दीन की बात अपने आप से बताना बहुत बड़ा गुनाह है |

फ़ज़ीलत : नाज़रीन  Cancer ki dua की फ़ज़ीलत इतनी बड़ी है की अगर बदन के किसी भी हिस्से मे अगर कैंसर हो जाए तो इस दुआ के पढ़ने से बहुत जल्द शिफ़ा मिलेगी | और Cancer ki dua को पढ़ने के लिए जरूरी है के आप अल्लाह पर पूरा यकीन रखे क्यूंकि शिफ़ा देने वाला तो अल्लाह है |

इसके अलावा दोस्तों हम आपको ayat e shifa के बारे मे बताएंगे जिसकी बहुत बड़ी फ़ज़ीलत है और Ayat e shifa benefits जो बहुत सारे मर्जों मे काम आती है | ayat e shifa पद भी बहुत सारी बीमारियों से बचा जा सकता है |

ayat e shifa

وَيَشْفِ صُدُوْرَ قَوْمٍ مُؤْمِنِيْنَ

तर्जुमा :

और ईमान वाली कौम के सीनों को अल्लाह तआला शिफ़ा अता फरमाएगा |

يٰٓاَيُّهَا النَّاسُ قَدْ جَآءَتْكُمٰ مَّوْعِظَةٌ مِّنْ رَّبِّكُمْ وَشِفَآءٌ لِّمَا فِى الصُّدُوْرِ وَهُدًى وَّرَحْمَةٌ لِّلْمُؤْمِنِيْنَ

तर्जुमा :

ऐ इंसानों तुम्हारे रब की तरफ से तुम्हारे लिए एक नसीहत नामा आ चुका है और सीनों की तमाम बीमारियों का इलाज भी इस मे है जो ईमान लाएंगे , हिदायत का रास्ता इन को मिल जाएगा | साथ ही साथ अल्लाह की रहमत भी पालेंगे |

يَخْرُجُ مِمْ بُطُوْنِهَا شَرَابٌ مُّخْتَلِفٌ اَلْوَانُهُ فِيْهِ شِفَآءٌ لِّلنَّاسِ

तर्जुमा :

शहद की मक्खी के पेट से पीने की चीज यानि शहद निकलता है | (अल्लाह के हुक्म ) जिसके रंग अलग-अलग है और इसमे इंसानों के लिए शिफ़ा है |

وَنُنَزِّلُ مِنَ الْقُرْاٰنِ مَا هُوَ شِفَآءٌ وَّرَحْمَةٌ لِّلْمُؤْمِنِيْنَ

तर्जुमा :

और हम उतारते है कुरान जिसमे शिफ़ा है और रहमत है ईमान वालों के लिए |

وَاِذَا مَرِضْتُ فَهُوَ يَشْفِيْنِ

तर्जुमा :

जब मै बीमार पड़ता हु तब वही मुझे शिफ़ा अता फरमाता है |

قُلْ هُوَ لِلَّذِيْنَ اٰمَنُوْا هُدًى وّشِفَآءٌ

तर्जुमा :

ऐ नबी (सल्ल ०) आप फरमा दो के ये कुरान ईमान वालों के लिए है राहे हिदायत है और बीमारियों मे शिफ़ा भी है |

ayat e shifa in hindi :

वा यशफी सुदूरा क़ौमिम मुमिनीन

या अय्युहन् नासु क़द जा अतकुम मौइजा तुम मिर् रब्बिकुम वा शिफाउल् लिमा फिस् सुदूरी वा हुदौ वा रहमतुल् लिल मुमिनीन

यखरुजू मिम बुतूनिहा शराबुम मुखतलिफुन अलवानुहू फीहि शिफाउल् लिन्नास

वा नुनज्ज़िलु मिनल कुरानी मा हुवा शिफा औ वरहमतुल् लिल मुमिनीन

वा इज़ा मरिज़तु फहुवा यशफीन

क़ुल हुवा लिल लज़ीना आमनू हुदौ व शिफा

ayat e shifa in english :

wa-yashfee sudoora qaumim mu-mineen 

ya ayyuhan-naasu qad ja-atkum mauizaa-tum mir-rabbikum wa shifa-ul-lima fis-sudoori wa hudau wa rahmatul-lil mu-mineen 

yakhrujoo mim butooniha sharabum mukhtalifun alwanuhoo feehi shifa-ul-linnaas

wa nu-nazzilu minal quraani ma huwa shifa-au wa rahmatul-lil mu-mineen 

wa-izaa mariztu fa-huwa yashfeen

qul huwa lil-lazina aamanu hudau wa shifa 

Ayat e shifa benefits

नाज़रीन हम आपको बता दे कि ayat e shifa पढ़ने की बहुत बड़ी फ़ज़ीलत है | अगर इसे पूरे यकीन के साथ पढ़ा जाए तो चाहे कितनी भी पुरानी और कितनी भी बड़ी बीमारी क्यों न अल्लाह के हुक्म से उस शख्स को शिफ़ा मिलती है |

क्यूंकि ये सारी आयात कुरान मजीद मे मौजूद है | कुरान मजीद मे हर बीमारी से शिफ़ा है | लेकिन इसके लिए ईमान पुख्ता होना बहुत जरूरी है | इसके पढ़ने का तरीका ये है की बावुजु होकर bismillah hir rahman nir raheem पढ़ने के बाद surah fatiha 1 या 3 मर्तबा पढ़कर ayat e shifa भी 1 मर्तबा पढ़ने के बाद पानी मे दम करे और मरीज पर भी दम करके पिलाए |

आज आपने क्या सीखा |

नाज़रीन आज आपने  Cancer ki dua ,  Cancer ki dua in quran सीखी और साथ मे इसकी फ़ज़ीलत को भी जाना है | और ayat e shifa और Ayat e shifa benefits भी आपको मालूम हो गए होंगे | दोस्तों इन दुआ को यकीन के साथ पढे तो इनशाल्लाह बहुत-बहुत फायदा होगा |

अल्लाह हर मुसलमान भाई-बहन की और आपकी और हमारी तमाम बुरी बीमारियों से हिफाजत फरमाए | तमाम मुसलमानों को पुख्ता ईमान वाला बनाए |

 

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