Fatiha ka tarika | फातिहा देने का तरीका 2022

अस्सलामु अलैकुम मेरे सभी प्यारे भाइयों और मेरी सभी बहनों को | आज हम आपको बताएंगे fatiha ka tarika , fatiha ka tarika hindi या फिर fatiha dene ka tarika यहां हम आपको पूरी जानकारी के साथ बताने वाले है के फातिहा क्यू और किसके लिए दी जाती है |

दोस्तों अल्लाह ने इंसान की ज़िंदगी के साथ साथ उसकी मौत का फ़ैसला भी किया है और ये मौत हर किसी को आनी है तब ही तो हमे हमारे आमालों का बदला मिलेगा | दोस्तों हर किसी के घर मे मौत हो जाती है | जो इस दुनिया से चला गया उसे मरहूम के नाम से जाना जाता है |

तो आप और हम चाहते है के अल्लाह के जिक्र से अपने मरहूम को कुछ इस तरह सवाब पहुंचाए के उसकी मगफिरत हो जाए और अल्लाह उसे जन्नत उल फ़िरदौस मे जगह अता फरमाए | यही हर बंदे की दुआ होती है | इसी को फातिहा कहते है | यानि अपने मरहूम को सवाब पहुँचाना आज हम आपको fatiha ka tarika मुकम्मल जानकारी के साथ बताने वाले है |

fatiha ka tarika

हर वो चीज जो माल हलाल हो , फल मिठाई और खाने पर फातिहा दी जाती है | कब्रिस्तान या फिर किसी मज़ार पर साहिबे कब्र के सामने इस तरह खड़े होकर फातिहा पढे के आपकी पुश्त किबले की तरफ हो |

औरते तो कब्रिस्तान नहीं जाती तो फिर वो घर से भी फातिहा दे सकती है | बहुत से लोग खाना सामने रखकर और अगरबत्ती वगैरह जलाकर बैठ जाते है | लेकिन इसकी कोई जरूरत नहीं है | क्यूंकि अल्लाह तो दिल के हाल को देखता है आप जिस चीज पर भी फातिहा देना चाहते है सिर्फ आपको दिल मे इरादा करना है | fatiha ka tarika जानने के लिए पोस्ट को लास्ट तक पढे |

आप वज़ू करे और फिर कुरान की कुछ सूरते पढे |

  • surah kafiroon (1) मर्तबा
  • surah ikhlas (3) मर्तबा
  • surah falaq (1) मर्तबा
  • surah naas  (1) मर्तबा
  • surah fatiha (1) मर्तबा
  • surah baqarah (1) मर्तबा
  • durood sharif (1) मर्तबा

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surah kafiroon :

قُلْ يٰٓاَيُّهَا الْكٰفِرُوْنَ لَآ اَعْبُدُ مَا تَعْبُدُوْنَ وَلَآ اَنْتُمْ عٰبِدُوْنَ مَآ اَعْبُدُ 

وَلَآ اَنَا عَابِدٌ مَّا عَبَدْتُّمْ وَلَآ اَنْتُمْ عٰبِدُوْنَ مَآ اَعْبُدُ لَكُمْ دِيْنُكُمْ وَلِىَ دِيْنِ

surah kafiroon in hindi :

कुल या अय्युहल काफिरून ला आबुदु मा ताबुदून वला अंतुम आबिदूना मा आबुद

वला अना आबिदुम मां अबत्तुम वला अंतुम आबीदूना मा आबुद लकुम दीनुकुम वली यदीन

surah ikhlas :

قُلْ هُوَ اللّٰهُ اَحَدٌ اَللّٰهُ الصَّمَدُ لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُوْلَدْ وَلَمْ يَكُنْ لَّهُ كُفُوًا اَحَدٌ

surah ikhlas in hindi :

कुल हु वल्लाहु अहद अल्लाहुस समद लम यलिद वलम यूलद व लम यकुल्लहू कुफुवन अहद

surah falaq :

قُلْ اَعُوْذُ بِرَبِّ الْفَلَقِ مِنْ شَرِّ مَا خَلَقَ وَمِنْ شَرِّ غَاسِقٍ اِذَا وَقَبَ وَمِنْ شَرِّ النَّفّٰثٰتِ فِى الْعُقَدِ وَمِنْ شَرِّ حَاسِدٍ اَذَا حَسَدَ

surah falaq in hindi :

कुल आउजु बिरब्बिल फलक में शर्रि मा खलक वमिन शर्रि गासिकिन इजा वकब

वमिन शर्रिन नफ्फासाती फिल उकद वमिन शर्रि हासिदिन इजा हसद

surah naas :

قُلْ اَعُوْذُ بِرَبِّ النَّاسِ مَلِكِ النَّاسِ اِلٰهِ النَّاسِ مِنْ شَرِّ الْوَسْوَاسِ الْخَنَّاسِ الَّذِىْ يُوَسْوِسُ فِىْ صُدُوْرِ النَّاسِ مِنَ الْجِنَّةِ وَالنَّاسِ

surah naas in hindi :

कुल आउजु बिरबबिन नास मलिकि नास इलाहीन नास मिन शररिल वसवासिल खन्नास

अललज़ी युवस विसू फी सुदूरिन नास मिनल जिन्नति वन्नास 

surah fatiha :

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ رَبِّ الْعَالَمِيْنَ

الرَّحْمٰنِ الرَّحِيْمِ مٰلِكِ يَوْمِ الدِّيْنِ

اِيَّاكَ نَعْبُدُ وَ اِيَّاكَ نَسْتَعِيْنُ

اِهْدِنَا المُسْتَقِيْم  صِرَاطَ الَّذِيْنَ اَنْعَمْتَ عَلَيْهِمْ

غَيْرِ الْمَغْضُوْبِ عَلَيْهِمْ وَلَا الضَّآلِّيْن

surah fatiha in hindi :

अलहमदु लिल्लाही रबबिल आलमीन अर्राहमानिर रहीम मालिकि यउमिददीन

इययाका नाबुदु व इययाका नस्तईन इहदिनस सिरातल मुस्तकीम

सिरातल लज़ीना अन अमता अलैहिम गैरिल मगजूबि अलैहिम वलज़ ज्वाललीन 

surah baqarah :

الٓمّٓ ذٰلِكَ الْكِتٰبُ لَا رَيْبَ فِيْهِ هُدًى لِّلْمُتَّقِيْنَ الَّذِيْنَ يُؤْمِنُوْنَ بِالْغَيْبِ وَيُقِيْمُوْنَ الصَّلٰوةَ وَمِمَّا رَزَقْنٰهُمْ يُنْفِقُوْنَ وَالَّذِيْنَ يُؤْمِنُوْنَ بِمَآ اُنْزِلَ اِلَيْكَ وَمَآ اُنْزِلَ مِنْ قَبْلِكَ وَبِالْاٰخِرَةِ هُمْ يُوْقِنُوْنَ اُولٰٓئِكَ عَلٰى هُدًى مِّنْ رَّبِّهِمْ وَاُولٰٓئِكَ هُمُ الْمُفْلِحُوْنَ

وَاِلٰهُكُمْ اِلٰهٌ وَّاحِدٌ لَآ اِلٰهَ اِلَّا هُوَ الرَّحْمٰنُ الرَّحِيْمُ اِنَّ رَحْمَتَ اللّٰهِ قَرِيْبُ مِّنَ الْمُحْسِنِيْنَ وَمَآ اَرْسَلْنٰكَ
اِلَّا رَحْمَةً لِّلْعٰلَمِيْنَ مَا كَانَ مُحَمَّدٌ اَبَآ اَحَدٍ مِّنْ رِّجَالِكُمْ وَلٰكِنْ رَّسُوْلَ اللّٰهِ وَخَاتَمَ النَّبِيّٖنَ وَكَانَ اللّٰهُ بِكُاِلّ شَىْءٍ عَلِيْمًا

اِنَّ اللّٰهَ وَمَلٰٓئِكَتَهُ ىُصَلُّوْنَ عَلَى النَّبِىِّ يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا صَلُّوْا عَلَيْهِ وَسَلِّمُوْ تَسْلِيْمًا

surah baqarah in hindi:

अलिफ़ लाम मीम जालिकल किताबु ला रैबा फीही हुदल लील मुत्तकीन

अल लजीना यूमीनूना बिल गैबि व युकीमुनस सलाता वा मिम्मा रजक नाहूम

यूनफीकुना वल लज़ीना यूमीनूना बिमा उनजिला इलैका वमा उनजिला मिन कबलिका

व बिल आखिरती हुम यूकिनून उलाइका अला हुदम मिर रबबिहिम व उलाइका हुमूल मुफलिहून 

व इलाहुकुम इलाहौ वाहिद ला इलाहा इल्ला हुवर रहमानुर रहीम

इन्ना रहमतल लाही करीबुम मिनल मुहसिनीन वमा अर्सलनाका इल्ला रहमतल लील आलमीन

मा काना मुहममदुन अबा अहादिम मिर रिजालिकुम वलाकिर रसूलल-लाही

व खातमन नबी यीना वा कानल-लाहु बिकुलली शइन अलीमा   

इननल लाहा वा मलाइका तहू युसल-लूना अलन नबीयी या अययुहल लज़ीना

आमनु सल्लू अलैहि वसल-लीमु तसलीमा 

ये तमाम सूरते पढ़कर 1 मरतबा durood sharif पढे आप कोई भी दुरूद पढ़ सकते है | यहां हम आपको durood e ibrahim बता रहे है |

durood sharif :

اَللّٰهُمَّ صَلِّ عَلٰى مُحَمَّدٍ وَّعَلٰٓى اٰلِ مُحَمَّدٍ كَمَا صَلَّيْتَ عَلٰٓى اِبْرٰهِيْمَ وَعَلٰٓى اٰلِ اِبْرٰهِيْمَ اِنَّكَ حَمِيْدٌ مَّجِيْدٌ 

اَللّٰهُمَّ بَارِكْ عَلٰى مُحَمَّدٍ وَّعَلٰٓى اٰلِ مُحَمَّدٍ كَمَا بَارَكْتَ عَلَٓى اِبْرٰهِيْمَ وَ عَلٰٓى اٰلِ اِبْرٰهِيْمَ اِنَّكَ حَمِيْدٌ مَّجِيْدٌ

esal e sawab ka tarika (बख्शने का तरीका)

इसके बाद अल्लाह रबबुल इज्जत की बारगाह मे दुआ करे और दोनों हाथ उठाकर आसमान की तरफ इतने बुलंद हो के कंधों से ऊपर न होने पाए और अल्लाह से कुछ इस तरह दुआ मांगे |

के ये जो कुछ मैंने तिलावत की है और जो कुछ शीरीनी वगैरह है ये सब तेरी ही रज़ा के वास्ते है इस को अपनी ही रज़ा के लिए कुबूल फरमा और इसका सवाब हज़रत मुहम्मद मुस्तफा सल्ल ० की बारगाह मे पहुँचा |

आपके वसीले से इसका सवाब तमाम अंबिया मुरसलीन , असहाब ऐ इकराम , अहले बैत इकराम , तमाम औलिया उम्मत ऐ रिजवानुल्लाह अलैहि अजमैन और खास कर इसका सवाब फलां शख्स (उनका नाम ले) और तमाम मुसलमान मर्द और तमाम मुसलमान औरतों को पहुंचे | इसके बाद अपने मुंह पर हाथ फेर ले | ये है fatiha ka tarika |

क्या औरतों के लिए fatiha ka tarika अलग है ?

दोस्तों औरते कब्रिस्तान मे जा नहीं सकती क्यूंकि उनका कब्रिस्तान मे दाखिल होना मना है | लेकिन उन्हे परेशान होने की जरूरत नहीं वो घर से या फिर कही बाहर हो तब भी अपने मरहूम को सवाब पहुँचा सकती है | हमने जो ऊपर fatiha ka tarika आपको बताया है | आपको सिर्फ इसे ही पढ़ना है तो इनशाल्लाह आपके मरहूम को सवाब पहुँच जाएगा |

आज आपने क्या सीखा |

दोस्तों आज आपने fatiha ka tarika , fatiha ka tarika hindi , fatiha dene ka tarika को जाना है | उम्मीद है के आपको हमारी पोस्ट पसंद आई होगी | ऐसी ही और पोस्ट को पढ़ने के लिए हमारे साथ islamicpathshala मे बने रहे | अल्लाह हाफ़िज़ |

 

 

 

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