अस्सलामु अलैकुम दोस्तों आपके अपने ब्लॉग islamicpathshala में आपका इस्तकबाल है। दोस्तों आप की खिदमत में आज हम jumme ke din ka Amal और jumme ke din ki fazilat aur sunnat को लेकर हाजिर हुए हैं। ताकि आप और हम मिलकर जान सके की jumme ke din kya padhna chahiye
इसके अलावा इस आर्टिकल की मदद से हम जानेंगे कि jumme ke din ka wazifa और jumme ke din surah khaf padhne ki fazilat क्या है । नबी करीम सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम का क्या हुकुम है अगर कोई शख्स jumme ke din surah khaf padhne ki fazilat पढ़ता है।
jumme ke din ki fazilat
sahih muslim hadith 1920 की रिवायत है कि नबी करीम सल्लल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया अल्लाह ताला ने इन लोगों को जो हमसे पहले थे जुम्मे से गुमराह कर दिया । और यहूदियों के लिए हफ्ते का दिन और ईसाइयों के लिए इतवार का दिन मुकर्रर कर दिया इसके बाद अल्लाह ताला हमें लेकर आया जिसने हम पर जुम्मे का दिन एक अहम दिन अता फरमाया और फिर इस दिन के जरिए हमको नेक राह अता फरमाई।
वैसे आपको बता दे जुमा के माएने जमा होने से लगाए जाते है क्योंकि कयामत भी अल्लाह ताला जुमे के दिन ही नाज़िल करेंगे और अल्लाह ताला मैदान ऐ हशर मे सब लोगों को एक साथ जमा करेगा |
नबी करीम सल्ला. ने फरमाया यकीनन जुमे का दिन तमाम दिनों का सरदार है | और अल्लाह ताला के यहां सबसे ज्यादा अज़ीज़ है |
jumme ke din ki fazilat बड़ी फ़ज़ीलते |
- इस दिन मे अल्लाह ताला ने आदम अलैहिस्सलाम को पैदा फरमाया |
- इसी दिन आदम अलैहिस्सलाम को जमीन पर उतारा गया |
- इस मुबारक दिन को ही इनको फौत किया गया | (sahih muslim hadith 1084)
- जुमे के दिन मे एक ऐसी गढ़ी है जिसमे कोई भी दुआ मांगों कुबूल होती है और क़यामत भी इसी दिन नाज़िल होगी |
- हर मुकर्रब फरिसता जमीन और आसमान जुमे के दिन से डरते है क्योंकि इस दिन ही क़यामत नजिल होगी |
jumme ke din ka amal
दोस्तों अल्लाह ने इंसान को अपनी इबादत करने के लिए बनाया है | जुम्मे के दिन वैसे तो बहुत सारे अमल होते है मगर यहां हम jumme ke din ka amal आपको बता रहे है | जिसे पढ़कर आप बहुत फायदा उठा सकते है |
नबी सल्ल० ने फरमाया जुमा के दिन और जुमेरात की रात मे मुझ पर कसरतसे दुरूद पढ़ा करो | जो मुझ पर एक मर्तबा दुरूद पद्धत है तो अल्लाह तआला उस पर 10 रहमते नाज़िल फरमाता है |
दोस्तों यहां हमआपको एक खास दुरूद शरीफ बता रहे है जिस की बहुत बड़ी फ़ज़ीलत है | इस अमल से आप बहुत सारी नेकियाँ हासिल कर सकते है |
اَللّٰهُمَّ صَلِّ عَلٰى مُحَمَّدِنِ النَّبِيِّ الْاُمِّيِّ وَعَلٰٓى اٰلِهٖ وَسَلِّمْ تَسْلِيْمًا
durood sharif in hindi :
अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन् नबिय्यिल
उम्मियी वा आला आलिही व सल्लिम तसलीमा
फ़ज़ीलत : जो शख्स भी इस दुरूद शरीफ को 80 मर्तबा नमाज़ ऐ असर के बाद अपनी जगह उठने से पहले पढ़ेगा तो अल्लाह तआला उसके 80 साल के सगीरा गुनाह माफ करेंगे और उसे 80 साल की इबादत का सवाब अता फरमाएंगे |
jumme ke din surah kahf padhne ki fazilat
दोस्तों jumme ke din surah kahf padhne ki fazilat हदीस से साबित है | नबी अकरम सल्ल ० ने फरमाया कि जो कोई जुम्मे के दिन सूरह कहफ की तिलावत करता है | तो अल्लाह तआला उसके लिए दो जुमे तक नूर रोशन कर देगा |
दोस्तों सूरह कहफ की तिलावत सबसे अफजल दिन(जुमा) मे इसलिए भी कही गई है , क्यूंकि जो इसे पढ़ेगा वो दज्जाल के फ़ितनों से महफूज रहेगा | सूरह कहफ की आगाज की 10 आयतों मे इसकी फ़ज़ीलत का जिक्र आप देख सकते है |
surah juma ki fazilat
Jumme ke din ka amal दोस्तों जुम्मे के दिन की फ़ज़ीलत आप खुद ही समझ सकते है की अल्लाह ने इसका जिक्र करने के लिए कुरान मजीद मे इसका एक खास मुकाम रखा है | जो surah juma के नाम से आप देख सकते है ये सूरह 28 वे पारह मे है |
अल्लाह ने हर चीज किसी खास मकसद के लिए बनाई है इसी तरह कुरान मजीद मे अल्लाह ने हर परेशानी और हर बीमारी का इलाज रखा है | और उसी तरह surah juma पढ़ने के भी अपने कुछ खास फायदे है | जो यहां हम आपको बताएंगे Jumme ke din ka amal
इसे सूरह जुमा इसलिए भी कहा जाता है क्यूंकि इसमे जुमा पढ़ने का हुक्म किया गया है | हज़रत इबने अब्बास रजि ० से रिवायत है कि रसूल सल्ल ० जुमे के दिन surah juma पढ़ा करते थे | अगर कोई शख्स अच्छी तरह बात न कर सकता हो तो उसे जुम्मे के दिन कसरत से surah juma पढ़नी चाहिए | इनशाल्लाह उसकी ज़बान दुरुस्त हो जाएगी |
अगर कोई शख्स कारोबार से परेशान हो तो , वो इस सूरत को 3 मर्तबा दुरूद शरीफ के साथ पढ़ने से अल्लाह उसकी रोजी मे बरकत अता फरमाएगा |
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jumme ki din ki sunnat
दोस्तों अब हम आपको jumme ki din ki sunnat आपको बताएंगे ताकि आप उनपर अमल करके सवाब हासिल कर सके और हमे भी उसमे शरीक कर सके |
- जुमे के दिन सुबह उठकर जल्दी गुसल करना चाहिए |
- जुमे के साफ सुथरे कपड़े पहनने चाहिए |
- मस्जिद मे जल्दी जन एकी फिकर करनी चाहिए या कोसिस करनी चाहिए |
- मस्जिद बा वज़ू जाना चाहिए |
- इमाम के पस बैठने की फिकर करनी चाहिए |
- मस्जिद मे दुनियावी बातों से परहेज करना चाहिए |
- खुतबे को गोर से सुनना चाहिए और उस बीच कुछ नहीं करना चाहिए |
- जुमे के दिन jumme ke din surah kahf padhne ki fazilat बहुत बड़ी है |
- अगर कोई शख्स जुमे के दिन surah kahf आखरी दस आयतों को पढ़ेगा वो दज्जाल के फिटने से महफूज रहेगा |
- जुमे के दिन आप नबी करीम सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पर कसरत से दरूद भेजना या पढ़ना चाहिए |
- असर की नमाज़ के बाद ऊपर बताए गए दरूद शरीफ 80 मर्तबा पढ़नी चाहिए जिसकी बहुत बड़ी फ़ज़ीलत है |
आज आपने क्या सीखा |
दोस्तों इस आर्टिकल के जरिए से हमने जाना की jumme ke din ka amal क्या है और jumme ke din kya padhna chahiye जिसे पढ़कर हम अपनी नेकियों मे और इजाफा कर सकते है | इसके अलावा सबसे अहम jumme ke din surah khaf padhne ki fazilat भी हमने जानी | दोस्तों इन सब के अलावा आप ज़्यादसे ज्यादा इसतग़फ़र का एहतमाम भी करे| असतग़फ़र करना गुनाहों की माफी और रोजी को बढ़ाने का एक बेहतरीन अमल है |