Kya Gana Sunna Haram Hai-कौन से गाने सुनना जाइज़ है ।

इस्लाम मे Kya Gana Sunna Haram Hai या हलाल , नाज़रीन आज हम आपके लिए ऐसा आर्टिकल लाए है जिसका जानना हर मुसलमान के लिए जरूरी है । जरूरी इसलिए है के अगर हमे हलाल और हराम चीजों का ना पता हो तो हम कुफ्र और शिर्क के गुनाह तक पहुँच सकते है । जिसका अज़ाब आखिरत मे भी बहुत खौफनाक होगा ।

पोस्ट को आखिर तक लाज़मी पढे ताकि आपको Kya Gana Sunna Haram Hai से जुड़े तमाम मसाइल की मालूमात हो सके ।

Kya Gana Sunna Haram Hai

बहुत से मुसलमान गाना सुनना पसंद करते है लेकिन उन्होंने कभी यह नहीं सोचा की ये हलाल है या हराम , इस्लाम हमे गाना सुनने की इजाजत क्यू नहीं देता इसके पीछे कोई ना कोई वजह तो है आज हम आपको इसी के बारे मे बताने वाले है ।

आज हर मुसलमान के हालात दिन ब दिन गुमराही की ओर बढ़ने पर है , जिसकी वजह सिर्फ हमारी ज़िंदगी से नबी का सुन्नत तरीका खतम होना और अल्लाह के बताये हुए हुक्मों को ना मानना है । अल्लाह तआला की नाफरमानी की वजह से हम परेशानियों मे घिरते ही जा रहे है ।

नाज़रीन हमारे कुछ फुकहा ने Kya Gana Sunna Haram Hai को पूरी तरह सही कहा है , लेकिन कुछ उलमाओ का मानना है के गाना पूरी तरह हराम नहीं है , जिस गाने मे अल्लाह की याद उसकी हम्द ओर सना और नबी की तारीफ या दीन से जुड़ा कोई वाकिया पेश किया जाए या सुना जाए तो यह जाइज़ और हलाल है ।

जिस गाने को हलाल बताया गया है उसका हवाला हम आपको नबी की हदीस से बता देते है ,

सुनन निसाई की हदीस मे रिवायत है के नबी करीम सल्ल ० के जमाने अंसार की कुछ बच्चियों ने तराने गाए तो आपने उन्हे सुना और जब हसान इब्ने साबित रजि ० ने शायरी लिखी जिसमे अल्लाह की हम्द ओर सना और नबी की तारीफ नात शामिल थे तो आपने उसको सुना और उसे जाइज़ भी बताया ।

यानि गानों मे सिर्फ तराने , नज़म , नात और अल्लाह की हम्द सुनना और पढ़ना जाइज़ है ।

इसके अलावा जितने भी म्यूजिक , रैप या जिसमे कुफ्र और शिर्क की बाते हो ये इस्लाम मे हराम बताया गया है ।

Kya Gana Sunna Haram Hai  इस्लाम मे इस बात की बहुत सारे दलाइल है , जिनमे सबसे पहली दलील कुरान ऐ करीम की एक आयत  है , अल्लाह तआला कुरान ऐ मजीद मे फरमाते है,

लोगों मे से बहुत से लोग ऐसे है जो लगवी (बेकार) बाते खरीदते है ताकि लोगों को अल्लाह से गाफिल कर दे , और उनके लिए बहुत दर्दनाक अज़ाब है ।

जिसके बारे मे हमारे सहाबी और बड़े उलमा से मालूम होता है की वो लगवी बाते गाना बजाना है और वो फरमाते है की गाना बजाना (मौसीक़ी) इंसान को कुरान व हदीस  और अल्लाह की याद से गाफिल करता है ।

इसी तरह तिरमिज़ी की हदीस से भी Kya Gana Sunna Haram Hai की दलील पेश की गई है , जिसमे अल्लाह के हबीब सल्ल ० इरशाद फरमाते है ,

कुरबे कयामत मे गाने बजाने के आलात ज्यादा हो जाएंगे , ये कयामत की निशानियों मे से एक निशानी है और आपने ये भी इरशाद फरमाया के मेरी उम्मत मे कुछ लोग ऐसे होंगे जिनकी शक्ल बंदर और खिनजीर जैसी बना दि जाएगी और उनके सर जमीन मे धँसा दिए जाएंगे और उन पर पत्थरों की बारिश होगी तूफान और जलजले आएंगे , ये निशानियाँ तब जाहिर होंगी जब गाने बजाने वालियाँ ज्यादा हो जाएंगी और गाने बजाने के आलात भी ज्यादा होंगे ।

और भी बहुत से दलाइल है जिनसे हमे मालूम होता है के इस्लाम मे गाना सुनना हराम है , जिसकी वजह से इंसान अल्लाह की याद से गाफिल हो जाता है और गुनाह की हदों को पार कर देता है और बहुत बड़े गुनाह कर देता है वो बड़े गुनाह ज़िना , कुफ्र और शिर्क जैसे है ।

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Kya Sare Musical Instruments Haram Hai

नाज़रीन इस्लाम मे जितने भी म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट (संगीत उपकरण जैसे गिटार , बाँसुरी , ड्रम , बेला वगैरह ) है सब हराम है लेकिन डफ हराम नहीं है , इस्लाम मे सारे उपकरणों को इसलिए हराम बताया गया है क्यूंकी इनकी आवाज सुनने पर हमारी ज़बान गुनगुनाने लगती है और उसे गाने और उसकी आवाज पर नाचने का दिल करता है , जिसकी वजह से हम अल्लाह की याद और उसकी इबादत से बिल्कुल महरूम होने लगते है ।

इसीलिए इस्लाम ने इन्हे हराम और बिल्कुल मना फरमाया है , लेकिन डफ बजाना हराम नहीं है आप इससे बने तराने , नज़्म नात वगैरह सुन सकते है , इसके हलाल होने की दलील हदीस मे भी है ।

Gana Sunne Walo Ki Saza Kya Hai

नाज़रीन गाना सुनने वालों की सजा बहुत बुरी है जो दुनिया मे भी मिलेगी और आखिरत मे भी , हमने आपको ऊपर भी बताया है जिसमे अल्लाह के नबी ने इरशाद फरमाया के जब गाना बजाने के आलात ज्यादा हो जाएंगे तो आसमान से पत्थरों की बारिश होगी और मेरी उम्मत के कुछ लोग ऐसे होंगे जिनकी शक्ल बंदर और खिनजीर जैसी हो जाएगी जिन्हे जमीन मे धँसा दिया जाएगा और ये तब होगा जब मौसीक़ी (गाना बजाना) बहुत आम और ज्यादा हो जाएगी ।

इमाम जाफ़र सादिक़ रजि ० फरमाते है जिस घर मे गाने बजते है उस घर मे फ़रिश्ते नाज़िल नहीं होते उसकी दुआ कुबूल नहीं होती और वो घर परेशानियों और हादसों से महफूज नहीं रहता ।

जो गाने सुनता है आखिरत मे उसकी सजा बहुत खौफनाक है , कयामत के दिन गाना सुनने वालों के कानों मे कांच और लोहे को पिघलाकर डाला जाएगा ।

Islam Me Kaun Sa Gana Sunna Halal Hai

इस्लाम मे सिर्फ कुछ ही गाने सुनने जाइज़ है जो ये है ,

  • नात
  • कलाम
  • हम्द
  • कुछ ऐसे वाकियात जो दीन से जुड़े हो
  • नशीद

अगर इनमे डफ के अलावा किसी और म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट का इस्तेमाल हुआ हो तो यह भी हराम हो जाएगा , सिर्फ सादा और बिना किसी धुन के बना हुआ हलाल गाना सुनना ही इस्लाम मे जाइज़ है ।

आज आपने क्या सीखा । 

आज आपने Kya Gana Sunna Haram Hai और गाना सुनने वालों की सजा क्या है , इसके बारे मे सीखा है । गाना सुनने से इंसान अल्लाह की याद और कुरान व हदीस से गाफिल हो जाता है जिसकी वजह से वो बहुत बड़े-बड़े गुनाह करने लगता है और इसकी सजा आखिरत मे बहुत बड़ी है ।

इसीलिए आपसे गुजारिश है के आप अगर गाना सुनते है तो हराम गाने सुनना छोड़ दे ताकि आप गुनाह से बच सके और नबी का तरीका हासिल कर सके अगर आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे अपने भाइयों तक भी शेयर करे ।

अल्लाह तआला हम सबको नेक काम करने की तौफीक अता फरमाए और पढ़ने व सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफीक अता फरमाए ।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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