Namaz Ka Tarika For Female – औरतों की नमाज़ का तरीका step by step

मेरी प्यारी बहनों आज हम आपकी खिदमत मे Namaz Ka Tarika For Female लेकर हाजिर हुए है । हमारी बहुत सी बहनों की नमाज़ मे गलतियाँ होती अगर आपकी नमाज़ मे कुछ भी गलती है या आपको नमाज़ का सही तरीका मालूम नहीं है । तो हमारी पोस्ट को आखिर तक देखिए ताकि आपको Namaz Ka Tarika For Female की मुकम्मल जानकारी मिल सके ।

हमारे उलमा ने लिखा है के औरत की नमाज़ मे मर्द की नमाज़ से ज़ाहिरी कैफ़ियत का फ़र्क़ होता है यानि ऐसा फ़र्क़ जो नमाज़ की ज़ाहिरी (बाहरी हालत) को बताता है । लेकिन जो नमाज़ मे पढ़ा जाता है , तकबीर ए तहरिमा , क़ीरात , रुकु और सजदे की तसबीह, क़ायदा इन सब मे औरत और मर्द के पढ़ने मे फरक नहीं है दोनों को एक ही पढ़ने का हुक्म है ।

फुकहा कहते है कि औरत को सिमट कर नमाज़ पढ़नी चाहिए क्यूंकि सिमट कर नमाज़ पढ़ने मे हया होती है और हया ईमान की सबसे छोटी शाख है ।

Namaz Ka Tarika For Female

हमारी बहुत सी बहने ऐसी है जो अपनी नमाजों को सही करना चाहती है , अगर आप नमाज़ पढ़ रही है मगर उसका सही तरीका मालूम नहीं है तो आपकी नमाज़ कुबूल नहीं होगी जिसकी वजह से आपकी मेहनत ज़ाया हो जाएगी । इसलिए Namaz Ka Tarika For Female सही तरीके से जाने और अपनी तमाम परेशानी को दूर करे ।

सबसे पहले आप नमाज़ की शर्तों को पूरा करे क्यूंकि इनके बगैर नमाज़ नहीं होगी । अगर आपको नमाज़ की शर्ते नहीं पता है तो हम आपको नीचे नमाज़ की शर्ते भी बताएंगे । इसके बाद वज़ू (wazu ka tarika for ladies जानने के लिए इसे क्लिक करे) करे और क़ाबा की जानिब रुख करके जायनमाज़ बिछा ले ।

आप जिस वक़्त की भी नमाज़ पढ़ रही है उस वक़्त की नियत करे अगर आप फ़जर की 2 रकात सुन्नत नमाज़ पढ़ रही तो इस तरह नियत करे । नियत करती हु मै 2 रकात नमाज़ सुन्नत की वक़्त फ़जर का वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर । इसी तरह हर नमाज़ की नियत कर सकती है सिर्फ फरक  वक़्त और रकात का होता है ।

जब आप अल्लाहु अकबर कहे तो हाथों को काँधों तक उठाए कानों तक ना उठाए क्यूंकि कानों तक मर्दों को उठाना जाइज़ है और हाथों की उँगलियाँ न ज्यादा खुला रखे और न ज्यादा मिलाए उंगलियों को उनकी हालत पर छोड़ दे । कोहनियों को अपनी पसलियों से मिलाए और हाथ को अपने दुपट्टे के अंदर ही रखे ।

किरात का सही तरीका  ।

नियत बांधने के बाद हाथों की हथेली को सीने पर रखे नीचे उलटी हथेली और ऊपर सीधे हाथ की हथेली यानि पांचों उँगलियाँ उलटे हाथ के ऊपर रखकर सना पढे फिर tauwwuz और tasmiyah पढे । इसके बाद surah fatiha पढ़कर कोई भी सूरत पढे जो आपको याद हो नीचे हम आपको 5 छोटी सूरत बताएंगे । इस तरह Namaz Ka Tarika For Female की किरात complete हो जाएगी ।

रुकु का सही तरीका ।

किरात के बाद रुकु मे जाए रुकु मे जाने का तरीके ये है के हाथों की उंगलियों को घुटनों तक ले जाए और घुटनों पर उंगलियों को सीधी रखे घुटनों को पकड़े नहीं । कमर और सुरीन (कूल्हे) को सीधा न रखे सिर्फ कमर को इतनी झुकाए के हाथ घुटनों तक पहुँच जाए। क्यूंकि सुरीन और कमर बराबर करना मर्दों के लिए जाइज़ है। और रुकु की तसबीह सुबहाना रबबियल अज़ीम 3 मर्तबा या 5 या फिर 7 मर्तबा पढे । ये Namaz Ka Tarika For Female के रुकु का सही तरीका है ।

सजदे का सही तरीका ।

रुकु की तसबीह पढ़ने के बाद सीधी खड़ी हो जाए और ये कहे समी अल्लाहु लिमन हमिदा रबबना लकल हम्द और फिर अल्लाहु अकबर कहती हुई सजदे मे जाए । सजदे मे जाने का तरीका ये है के पहले घुटनों को जमीन पर रखे फिर हाथों को रखे और सही तरीके से बैठकर दोनों पैर सीधी तरफ निकाल ले उल्टा पैर नीचे और सीधा पैर ऊपर की जानिब रखे । ध्यान रखे कि हमारे हाथ की उँगलिया पैर और हमारा रुख किबले की तरफ हो ।

सजदे मे हाथों को सिर्फ कानों तक रखे उससे ऊपर न पहुंचाए और सजदे मे जाते वक़्त पहले नाक फिर पेशानी रखे और नजर नाक के नथुनों पर रखे । फिर सजदे की तसबीह सुबहाना रबबियल आला 3 या 5 या फिर 7 मर्तबा पढे । कम अज़ कम 3 मर्तबा पढ़ना लाज़िम है । सजदे की तसबीह के बाद अल्लाहु अकबर कहती हुई पहले पेशानी फिर नाक को उठाए और इतनी देर बैठी रहे जितनी देर मे एक मर्तबा subhanallah कहते है ।

दोबारा सजदे मे जाती हुई अल्लाहु अकबर कहे फिर इसी तरह पहले नाक और बाद मे पेशानी रखे और सजदे की तसबीह पढे । अल्लाहु अकबर कहती हुई इसी तरतीब से उठे जिस तरह पहले सजदे से उठी थी । ये  Namaz Ka Tarika For Female के सजदा करने का मुकम्मल और सही तरीका है ।

दोनों सजदे करने के बाद Namaz Ka Tarika For Female की एक रकात मुकम्मल हो जाएगी ।

क़ायदा का सही तरीका ।

इसी तरतीब से दूसरी रकात पूरी करे और दोनों सजदे करने के बाद तशहूद पढे । जब आप अशहदु अल्ला पर पहुंचे तो शहादत की उंगली को उठाए और उँगले और बीच वाली उंगली से गोला बना ले और पीछे की उंगली भी बंद करले । इल्ललाहु पर शहादत की उंगली को नीचे कर ले । अगर आप 2 रकात वाली नमाज़ पढ़ रही है तो अत्ताहीययात के बाद दरूद शरीफ (durood e ibrahim) और कुरान की दुआ या फिर dua e masura पढ़कर पहले सीधी तरफ फिर उलटी तरफ सलाम फेरले । सलाम के अल्फ़ाज़ ये है , अससलामु अलैकुम वा रहमतुल्लाह ।

लेकिन अगर आप 4 रकात वाली नमाज़ पढ़ रही है तो दूसरी रकात मे अत्ताहीययात के बाद फौरन खड़ी हो जाए और चौथी रकात मे अत्ताहीययात के बाद दरूद शरीफ (durood e ibrahim) और कुरान की दुआ या फिर dua e masura पढ़कर सलाम फेरे अगर नमाज़ 4 फर्ज वाली नमाज़ पढ़ रही या 3 फर्ज वाली पढ़ रही तो तीसरी और चौथी रकात मे surah fatiha के बाद सूरत न मिलाए सीधा रुकु मे चली जाए ।

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और अगर वित्र वाजिब पढ़ रही है तो तीसरी रकात मे surah fatiha और कोई भी सूरत पढ़कर अल्लाहु अकबर कहती हुई हाथ को काँधों तक उठाए फिर से हाथ बांधकर dua e qunoot पढे और फिर इसी तरतीब से रुकु सजदा वगैरह करके तीसरी रकात पर सलाम फेरले ।

ये है Namaz Ka Tarika For Female का मुकम्मल तरीका अगर आपको कही भी कुछ confusion हो तो आप हमसे कमेन्ट बॉक्स मे पूछ सकते है ।

अब हम आपको durood e ibrahim , surah fatiha , dua e qunoot , dua e masura और quran ki 5 surat और namaz ki sharte बताने जा रहे है । अगर आप इनके पढ़ने मे कोई गलती कर रही है या एक बार इन सभी दुआ को देख ले ताकि कोई गलती बाकी न रहे । ये सब भी Namaz Ka Tarika For Female के लिए जानना जरूरी है । जब ही आपकी नमाज़ कुबूल हो सकती है ।

Durood e Ibrahim :

اَللّٰهُمَّ صَلِّ عَلٰى مُحَمَّدٍ وَّعَلٰٓى اٰلِ مُحَمَّدٍ كَمَا صَلَّيْتَ عَلٰٓى اِبْرٰهِيْمَ وَعَلٰٓى اٰلِ اِبْرٰهِيْمَ اِنَّكَ حَمِيْدٌ مَّجِيْدٌ 

اَللّٰهُمَّ بَارِكْ عَلٰى مُحَمَّدٍ وَّعَلٰٓى اٰلِ مُحَمَّدٍ كَمَا بَارَكْتَ عَلَٓى اِبْرٰهِيْمَ وَ عَلٰٓى اٰلِ اِبْرٰهِيْمَ اِنَّكَ حَمِيْدٌ مَّجِيْدٌ

Durood e Ibrahim in Hindi :

अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम-मदिव व-अला आली मुहम्मद कमा सल्लई-ता

 

अला इब्राहीमा व-अला आली इब्राहीमा इननका हमीदुम मजीद 

अल्लाहुम्मा बारिक अला मुहम-मदिव व-अला आली मुहम्मद कमा बारक्ता अला इब्राहीमा व-अला आली इब्राहीमा इननका हमीदुम मजीद 

Surah Fatiha :

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ رَبِّ الْعَالَمِيْنَ

الرَّحْمٰنِ الرَّحِيْمِ مٰلِكِ يَوْمِ الدِّيْنِ

اِيَّاكَ نَعْبُدُ وَ اِيَّاكَ نَسْتَعِيْنُ

اِهْدِنَا المُسْتَقِيْم  صِرَاطَ الَّذِيْنَ اَنْعَمْتَ عَلَيْهِمْ

غَيْرِ الْمَغْضُوْبِ عَلَيْهِمْ وَلَا الضَّآلِّيْن

Surah Fatiha in Hindi :

अलहमदु लिल्लाही रबबिल आलमीन अर्राहमानिर रहीम मालिकि यउमिददीन

इययाका नाबुदु व इययाका नस्तईन इहदिनस सिरातल मुस्तकीम

सिरातल लज़ीना अन अमता अलैहिम गैरिल मगजूबि अलैहिम वलज़ ज्वाललीन 

Dua e Qunoot :

 اَللّٰهُمَّ اِنَّا نَسْتَعِيْنُك وَنَسْتَغْفِرُكَ وَنُؤْمِنُ بِكَ وَنَتَوَكَّلُ عَلَيْكَ وَنُثْنِىْ عَلَيْكَ الْخَيْرَ

وَ نَشْكُرُكَ وَلاَ نَكْفُرُكَ وَنَخْلَعُ وَنَتْرُكُ مَنْ يَّفْجُرُكَ

اَللّٰهُمَّ اِيَّاكَ نَعْبُدُ وَلَكَ نُصَلِّىْ وَنَسْجُدُ وَاِلَيْكَ نَسْعٰى وَنَحْفِدُ وَنَرْجُوْا رَحْمَتَكَ وَنَخْشٰى عَذَابَكَ اِنَّ عَذَابَكَ بِالْكُفَّارِ مُلْحِقٌ

Dua e Qunoot in hindi :

अल्लाहुम्मा इन्ना नसता-ईनुका वा नसतग़ फिरूका व नुमीनू बिका

वानता वककलु अलैका व नुसनी अलैकल खैर 

वनशकुरुका वला नकफ़ुरुक व नखला-उ- वनत-रुकु मईं यफ़जुरुक

अल्लाहुम्मा इययाका नाबूदु वलाका नुसल्ली वनसजुदु वाइलैका नस-आ व नहफ़ि-दु व नरजू

रहमतका व नखशा अजाबका इन्ना अजाबका बिल कुफ़फारी मुलहिक़   

Dua e Masura :

 اَللّٰهُمَّ اِنّىْ ظَلَمْتُ نَفسِىْ ظُلْمًا كَثِيْرًا وَّلَا يَغْفِرُ الذُّنُوْبَ

اِلَّا اَنْتَ فَاغْفِرْ لِىْ مَغْفِرَةً مِّنْ عِنْدِكَ وَارْحَمْنِىْ اِنَّكَ اَنْتَ الْغَفُوْرُ الرَّحِيْمُ

Dua e Masura in Hindi :

अल्लाहुम्मा इननी ज़लमतु नफसी ज़ुलमन कसीरौ वला यग़फिरूज़जुनूबा इल्ला अंता

फ़ग़फ़फिरली मग़-फ़िरतम मिन इंदिका वरहमनी इननका अंतल ग़फूरूर रहीम 

Quran Ki Surat in Hindi / urdu

Surah Kafiroon :

قُلْ يٰٓاَيُّهَا الْكٰفِرُوْنَ لَآ اَعْبُدُ مَا تَعْبُدُوْنَ وَلَآ اَنْتُمْ عٰبِدُوْنَ مَآ اَعْبُدُ 

وَلَآ اَنَا عَابِدٌ مَّا عَبَدْتُّمْ وَلَآ اَنْتُمْ عٰبِدُوْنَ مَآ اَعْبُدُ لَكُمْ دِيْنُكُمْ وَلِىَ دِيْنِ

Surah Kafiroon in Hindi :

कुल या अय्युहल काफिरून ला आबुदु मा ताबुदून वला अंतुम आबिदूना मा आबुद

वला अना आबिदुम मां अबत्तुम वला अंतुम आबीदूना मा आबुद लकुम दीनुकुम वली यदीन

Surah Ikhlas :

قُلْ هُوَ اللّٰهُ اَحَدٌ اَللّٰهُ الصَّمَدُ لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُوْلَدْ وَلَمْ يَكُنْ لَّهُ كُفُوًا اَحَدٌ

Surah Ikhlas in Hindi :

कुल हु वल्लाहु अहद अल्लाहुस समद लम यलिद वलम यूलद व लम यकुल्लहू कुफुवन अहद

Surah Falaq :

قُلْ اَعُوْذُ بِرَبِّ الْفَلَقِ مِنْ شَرِّ مَا خَلَقَ وَمِنْ شَرِّ غَاسِقٍ اِذَا وَقَبَ وَمِنْ شَرِّ النَّفّٰثٰتِ فِى الْعُقَدِ وَمِنْ شَرِّ حَاسِدٍ اَذَا حَسَدَ

Surah Falaq in Hindi :

कुल आउजु बिरब्बिल फलक में शर्रि मा खलक वमिन शर्रि गासिकिन इजा वकब

वमिन शर्रिन नफ्फासाती फिल उकद वमिन शर्रि हासिदिन इजा हसद

Surah Naas :

قُلْ اَعُوْذُ بِرَبِّ النَّاسِ مَلِكِ النَّاسِ اِلٰهِ النَّاسِ مِنْ شَرِّ الْوَسْوَاسِ الْخَنَّاسِ الَّذِىْ يُوَسْوِسُ فِىْ صُدُوْرِ النَّاسِ مِنَ الْجِنَّةِ وَالنَّاسِ

Surah Naas in Hindi :

कुल आउजु बिरबबिन नास मलिकि नास इलाहीन नास मिन शररिल वसवासिल खन्नास

अललज़ी युवस विसू फी सुदूरिन नास मिनल जिन्नति वन्नास 

Surah Asr :

وَالْعَصْرِ اِنَّ الْاِنْسَانَ لَفِىْ خُسْرٍ اِلَّا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ وَتَوَاصَوْا بِالْحَقِّ وَتَوَاصَوْا بِالصَّبْرِ

Surah Asr in Hindi :

वल अस्र इननल इंसाना लफ़ी खुसर इल्लल लज़ीना आमनु व आमिलूस सालिहाती वता वासउ बिल्हककि वता वासउ बीस-सब्र 

Surah Kausar :

اِنَّآ اَعْطَيْنٰكَ الْكَوْثَرَ فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَانْحَرْ اِنَّ شَانِئَكَ هُوَ الْاَبْتَرُ

Surah Kausar in Hindi :

इन्ना आतइना-कल कौसर फसल्ली लिरबबीका वनहर इन्ना शानी अका हुवल अबतर 

Surah Quraish :

لِاِيْلٰفِ قُرَيْشٍ اٖلٰفِهِمْ رِحْلَةَ الشِّتَآءِ وَالصَّيْفِ فَلْيَعْبُدُوْا رَبَّ هٰذَا الْبَيْتِ الَّذِيٓ اَطْعَمَهُمْ مِّنْ جُوْعٍ وَّاٰمَنَهُمْ مِّنْ خَوْفٍ

Surah Quraish in Hindi :

ली-ईलाफ़ी कुराइश ईलाफ़ी-हिम रिहलतश शिता-ई वस सईफ फल याबूदु रब्बा हाजल बईत

अललजी अत अमा हुम  मिन जू-इव वा आमना हुम मिन खौफ 

Namaz Ki Shart :

नाज़रीन हमने आपको ऊपर भी बताया है के नमाज़ की शर्तों के बगैर नमाज़ नहीं हो सकती इसलिए इन शर्तों का पूरा करना हर किसी के लिए जरूरी है । नमाज़ मे 6 शर्ते है ।

  1. बदन का पाक होना ।
  2. कपड़ों का पाक होना ।
  3. जगह का पाक होना जरूरी है ।
  4. सतर का छिपा होना यानि कपड़े पहन रखे हो ।
  5. किबले की तरफ मुंह करना ।
  6. नियत करना ।

अगर इनमे से आपने एक भी शर्त को पूरा नहीं किया तो आपकी नमाज़ नहीं होगी । ये भी Namaz Ka Tarika For Female के लिए जानना जरूरी है ।

आज आपने क्या सीखा । 

आज आपने Namaz Ka Tarika For Female सीखा है । अगर आपको अभी भी कोई डाउट है तो आप हमसे कमेन्ट बॉक्स मे पूछ सकते है । इसके अलावा आज आपने बहुत सारी दुआ को भी सीखा है अगर आपकी कोई गलती है तो आप इन्हे देखकर सही कर सकते है और याद कर सकते है । अगर हमारी पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और घर वालों के साथ भी शेयर करे । इसमे आपको भी सदक़ा ऐ जारिया का सवाब मिलेगा । अससलामु अलैकुम ।

 

 

 

 

 

 

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